Job Interview tips in Hindi
1) CV / Resume को बनाने के तरीके :
आपकी CV का Motive अपने potential employer को यह दिखाना होना चाहिए की क्यों आप इस जॉब के लिए अछे व्यक्ति हैं .आपकी CV ही आपसे related वो पहली चीज होती है जो Interviewer के सामने उनकी नज़रों में यही आपका first impression होता है .
अगर interviewer को आपका Resume अच्छी नहीं लगें , या उसमे बचकानी mistakes दिखीं तो आपके लिए उसका perception खाराब हो सकता है . और ये भी ध्यान रखना चाहिए कि आपकी छोटी छोटी बातें कहीं ना कहीं आपकी बड़ी -बड़ी हरकतों की ओर भी इशारा करती हैं . अगर कोई Person अपनी CV बनाने में असावधान है तो job में भी उसके ऐसा करने के काफी chances हैं , और ये बात interviewer अच्छी तरह से जानता है .
CV अच्छे से बनाना इसलिए भी ज़रूरी है क्योंकि ज्यादातर companies में पहले CV के basis पर ही candidates को Disappoint किया जाता है , और अगर आप को disappoint हॊ गए तो बाकी tips रखी रह जायेंगी . इसलिए इस सबसे महत्वपूर्ण कदम को miss ना करें .
मैं यहाँ CV कैसे बनाएं , ये तो नहीं बता सकता पर कुछ important points ज़रूर share कर सकता हूँ जिस पर आपको ध्यान देना चाहिए :
आपकी CV का look professional होना चाहिए .
बड़े -बड़े paragraph की जगह bullet points use करें , ये interviewer को Resume पढने के लिए ज्यादा प्रेरित करता हैं .
कोई भी Spelling mistake नहीं होनी चाहिए .
अगर CV दो page में बन सकती है तो जबरदस्ती उसे चार पन्नो का मत बनाएं .
अलग -अलग job के हिसाब से अपनी CV में थोड़े – बहुत बदलाव करीए .
उन points को आकर्षण करने की कोशिश करें जो इस job से related हों.
2) Job से संबंधित theoretical knowledge को special attention दें :
मैं पिछले 5-6 साल से IT field से related हूँ . इस Field की मुझे ठीक – ठाक knowledge है , पर जब कभी कोई interview schedule होता है तो मैं अपनी पुरानी books, PPTs, और अन्य resource material अच्छी तरह से दोहराता हूँ .
Job से सम्बंधित theoretical knowledge को बराबर महत्व दें , मैं कुछ ऐसे लोगों को जानता हूँ जिनके पास practically काम कैसे होता है इस बात की अच्छी knowledge है , पर वो technical terms और theory में कमी करते हैं , और इस वजह से उन्हें interview में उतनी असफलता मिलती . आप इस तरह की गलती ना करें जो की theoretical knowledge को कम ना करें .
अगर मैं अपनी बात करूँ तो interview की पूरी preparation का 60-70% time इसी काम में देता हूँ . यहां पर दिया गया प्रयास और चीज को आसान बना रहा है, आपका आत्मविश्वास बढ़ता है, और आप जो जवाब देते हैं . Interviewer भी शुरुवाती answers की quality से ही जान लेता है कि आप एक well prepared candidate हैं या एक casual candidate.
Interview को कभी Easy नहीं लेना चाहिए , यह एक competition है , आपको खुद को दूसरों से बेहतर साबित करना होता है . और आप किसी भी department में कोताही बरत नहीं सकते . इसलिए आप जो भी interview देने जाते हॊ उस field से related theoretical knowledge पर अतिरिक्त ध्यान दें .
3) अपने आप को Employer की जगह रख कर देखें :
ये सोचिये कि अगर आप Interviewer होते तो एक ideal candidate के अन्दर क्या search करेंगे . जो job vacancy है उसकी specific need को समझने की कोशिश कीजिये , और उन गरजो को पूरा करने के लिए जो qualities चाहिएं उसे interview में showcase कर सकते हैं.दूसरी तरफ आप उन qualities को छुपा भी सकते हैं जो इस जॉब के लिए फिट नहीं बैठ रही हें .
For example: अगर Marketing जॉब के लिए जा रहे हैं , तो आपकी travelling की पसंत को आप जानना भी जरूरी हैं , पर यदि आप operations की जॉब के लिए जा रहे हैं तो आपको इसे highlight नहीं करना चाहिए . अलग -अलग job requirements के हिसाब से आप अपनी Resume में बदलाव करा सकते हैं , और उसे और भी effective बना सकते हैं .
आम तौर पर देखा जाए तो कोई interviewer आपके confidence, subject knowledge और stability , team में काम करने की क्षमता, इत्यादि check करते है .
कई बार ऎसा भी होता है कि आप किसी काम के लिए requirement से भी जादा qualified होते हैं , जैसे कि अगर computer operator का काम है और कोई MCA उस जॉब के लिए interview दे रहे हो , तो भी Employer उसे select करने में हिचकेगा , क्योंकि उसकी इस job में टिकने के आसार कम रहेंगे . इसलिए अगर job के हिसाब से आपकी qualification अधिक है तो उसे mention न करना ही ठीक रहता है .
इसी तरह जब आप खुद को employer की जगह रखकर देखते हैं तो आपके दिमाग में कई बातें आती रहती और आप उस हिसाब से खुद को तैयार कर सकते हैं .
4) Frequently Asked Questions( FAQs) की तैयारी ठीक से करनी चाहिये :
Job interviews में कुछ प्रश्न बहुत ही common रहते हैं , जो लगभग हर एक interview में पूछे जाते हैं . ऐसे questions की तैयारी अच्छे से कर लें , और साथ ही साथ उन questions के बारे में भी सोच लें जो आपके जवाब के बदले आपसे पूछे जा सकते हैं .
यहाँ मैं ऐसे questions की एक छोटी सी list देता हूं :
- Tell me about Yourself ? / Walk me through you CV?/ Introduce yourself / अपने बारे में बताओ ?
- Do you want to ask any question? / क्या आप कोई प्रश्न पूछना चाहते चाहोगे . (कही बार Inerview के अंत में ये पूछा जाता है .)
- Tell me about your current job, what is your role on this company?/ अपनी मौजूदा नौकरी के बारे में बताएं , वहा आपका काम क्या है ?
- Why did you want to join this company? आप ये company क्यों join करना चाहगें ?
- Why did you leave your current job? / आप अपनी नौकरी क्यों छोड़ना चाहते हैं ?
- What are your weaknesses / strengths ? / आपकी weakness/ strength क्या है ?
- Why should we select you? /हम आपका चयन क्यों करें ?
- Why did you chose this specialization? आपने यह specialization क्यों किया ?
- What has been your biggest achievement till date? / अब तक की आपकी सबसे बड़ी achievement क्या रही है ?इसके अलावा आपकी industry से related कुछ common प्रश्न भी पूछे जा सकते हैं , इसलिए ऐसे प्रश्नों की study पहले से ही detail में कर लें .
In questions की तैयारी करने का मतलब ये नहीं है कि इन्हें रटा जाए .इन questions के answers की एक outline आपके mind में तैयार होनी चाहिए , और interview के समय उसे अपने शब्दों में बोलने के लिए तैयार रहना अच्छा रहेगा .
For example: अगर कोई अचानक ही आपसे आपकी strength पूछे तो आप कोई ना कोई उत्तर ज़रूर दे लेंगे पर हो सकता है बाद में आपको लगे की आप अपनी सबसे बड़ी खूबी बताने से ही चूक जातें हैं , लेकिन अगर आप पहले से prepared रहेंगे तो ऐसी गलती नहीं होगी .
5) Mind में पूरा interview process कई बार play करते रहिए :
जब भी मुझे interview दे रहे होतें है तो उससे पहले मैं 4-5 बार पूरा का पूरा interview अपने mind में run कर लेता हूँ . और ये बहुत ही detailed होता है .
इसमें मैं सुबह उठने से interview खत्म होने तक की छोटी से छोटी बात के बारे में सोचने में लगां रहता हूँ .ऐसा करने से mind कई चीजों को लेकर बिलकुल clear हो जाता है . जैसे कि कब उठाना चाहिए है , क्या revise करना है , क्या पहन कर जाना है , कैसे जाना है , कब तक पहुचना है , क्या -क्या लेकर जाना है , कैसा gesture रखना है , कैसे खुद को परिचित करना है.
इसमें सबसे ज़रूरी भाग ये होता है कि खुद को interviewer से interact करते हुए visualize करना . मैं अपने मन में सोचता हूँ कि interviewer कोई question पूछ रहा है , और फिर मैं उसका answer Option दे रहा हूँ . ऐसा करने से कई बार ऐसे questions दिमाग में आ जाते हैं जिनका answer Option ठीक से नहीं पता होता ,और तब मैं उन्हें अच्छे से तैयार कर लेता हूँ .
पता नही आपको ये technique कैसी लगे पर मैं जब भी इसे use करता हूँ इसका कुछ ना कुछ फायदा ज़रूर होता है .
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